प्रमोद भार्गव ने की भोपाल में राष्ट्रीय विमर्श में भागीदारी।



 


शिवपुरी।भोपाल में "महाराजा विक्रमादित्य शोध संस्थान",(संस्कृति विभाग,मध्य प्रदेश शासन)उज्जैन और भोपाल तथा "सैम ग्लोबल विश्व विद्यालय"भोपाल द्वारा आयोजित कार्यक्रम मेरी शानदार भागीदारी रही।रविंद्र नाथ टैगोर समागम केंद्र में सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में सभागार खचाखच भरा हुआ था।कार्यक्रम की अध्यक्षता फिल्म समीक्षक राजेंद्र तिवारी ने की,दूसरे   प्रमुख वक्ता बौद्ध विश्व विद्यालय ,सांची के कुलपति अल्पेश चतुर्वेदी थे।तीन दिवसीय इस आयोजन में देश भर से वक्ताओं को बुलाया गया है।

        इस अवसर पर प्रमोद भार्गव ने प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा की विस्तृत चर्चा आधुनिक विज्ञान से जोड़कर की।महाभारत के गांधारी के सौ पुत्र पैदा होने के आश्चर्य को जीन एडिटिंग और क्लोन से जोड़कर अभियक्त किया।इस सिलसिले में उन्होंने डॉ बालकृष्ण गणपतराव मातापुरकर के अंग उत्सर्जन के प्रयोग और उपलब्धियों को बताया।साथ ही क्वांटम कंप्यूटर में चेतना पाणिनी के योग वशिष्ठ से कैसे विकसित की जा रही है,इसके बारे में विस्तृत रूप से बताया।

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