श्रमिकों की जिंदगी संवारने में कर्मकार मण्‍डल की महत्‍वपूर्ण भूमिका-श्री तिवारी

 

श्रमिकों की जिंदगी संवारने में मध्‍यप्रदेश सरकार द्वारा संचालित म.प्र.भवन एवं अन्‍य संनिर्माण कर्मकार कल्‍याण की महत्‍वपूर्ण भूमिका है। उन्‍होंने कहा कि जिले की सभी नगरीय निकायों में निर्माण श्रमिकों का अधिक से अधिक पंजीयन कराया जाए। इस आशय के निर्देश मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री हेंमत तिवारी ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक के दौरान संबंधित अधि‍कारियों को दिए। बैठक में जिला पंचायत अध्‍यक्ष श्री जगन्‍नाथ सिंह रघुवंशी,कलेक्‍टर श्रीमती आर.उमामहेश्‍वरी,सहायक श्रम पदाधिकारी श्री आशीष तिवारी,प्रभारी श्रम पदाधिकारी श्री प्रवेश गुप्‍ता,विभिन्‍न मजदूर संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अध्‍यक्ष श्री तिवारी ने कहा कि जिले की सभी नगरीय निकाय एवं जनपद पंचायत अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक निर्माण श्रमिको का पंजीयन कराना सुनिश्चित करे। जिससे कर्मकार मंडल की योजनाओं का लाभ पूरी तरह से मिल सकें। उन्होंने कहा कि कर्मकार मंडल अंतर्गत 49 प्रकार के श्रमिकों की उनके कार्य के आधार पर कैटेगरी निर्धारित की गई है। जिन्हें मंडल की 20 योजनाओं में लाभ प्रदान किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि मंडल अंतर्गत निर्माण श्रमिको के कल्याण के लिए लगभग 20 योजनाएं संचालित है, जिनमें रोजगार से लेकर उनके बच्चों के विदेश अध्ययन तक पढने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। विदेश में अध्ययन के लिए 40 हजार यूएस डॉलर की सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा 10 हजार डॉलर की सहायता स्वयं के खर्च के लिए दी जाती है। मेडिकल एवं इंजीनियरिंग सहित अन्य अग्रणी संस्थानों में पढाई के लिए भी पूरी फीस शासन की ओर से निर्वहन की जा रही है। इसके साथ ही 4 संभाग मुख्यालय भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में श्रमोदय आवासीय विद्यालय स्थापित है। मंडल द्वारा इस प्रकार के विद्यालय सभी संभागीय मुख्यालयों पर शुरू करने का निर्णय लिया गया है। अध्यक्ष श्री तिवारी ने कहा कि मंडल की योजनाओं एवं श्रमिकों के पंजीयन हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाकर अधिक से अधिक पंजीयन कराने की कार्यवाही की जायें। श्रमिको के मेधावी बच्चों को सुपर- 5000 योजना के तहत कक्षा 10 एवं 12 में अध्ययन करते हुए मेरिट सूची में 5 हजार स्थान तक के लिए 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाती है। किसी प्रकार पीएससी एवं यूपीएससी परीक्षाओं में विभिन्न स्तर की परीक्षाएं पास करने पर राशि प्रदान की जाती है। विवाह सहायता योजना में 55 हजार रूपये का हितलाभ प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही पंजीकृत श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर 02 लाख तथा दुर्घटना में मृत्यु पर 04 लाख रूपये की अनुग्रह सहायता एवं अत्येष्टि सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इतना ही नही ऐसे अपंजीकृत श्रमिक जिनकी निर्माण स्थल पर कार्य के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उन्हें भी 4 लाख रूपये की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मंडल द्वारा निर्माण श्रमिको के कोशल प्रशिक्षण योजना के तहत 30 करोड रूपये का बजट प्रावधान किया गया है। श्रमिको को अपने व्यवसाय से संबंधित औजार सामग्री खरीदने के लिए 05 हजार रूपये की राशि भी प्रदान की जाती है। इसी प्रकार साईकिल क्रय करने के लिए 04 हजार रूपये की राशि अनुदान के रूप में प्रदान की जाती है। उन्‍होंने निर्देश दिए कि सभी श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाकर बैठक ली जाए तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी से अवगत कराया जाए। कलेक्टर श्रीमती आर.उमामहेश्‍वरी ने कहा कि बैठक में अध्‍यक्ष श्री तिवारी द्वारा जो निर्देश दिए गए है,उन निर्देश का पालन संबंधित अधिकारियों द्वारा कराया जायेगा। साथ ही श्रमिकों के कल्‍याण के लिए जो योजनाएं संचालित की जा रही है। उनका व्‍यापक प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। श्रमिकों के पंजीयन के लिए ग्राम पंचायत स्‍तर पर कैम्‍पों का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर प्रभारी श्रम पदाधिकारी श्री प्रवेश गुप्‍ता ने जानकारी दी गई कि जिले में 08 हजार 656 श्रमिक का पंजीयन कराया जा चुका है। विवाह सहायता योजनान्‍तर्गत 946 पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। अंतेष्टि सहायता योजनान्‍तर्गत 14 हितग्राहियों को, अनुग्रह सहायता अंतर्गत सामान्‍य मृत्‍यु की दशा में 173 हितग्राहियों को,दुर्घटना मृत्‍यु की दशा में 08 हितग्राहियों को,दुर्घटना में आंशिक स्‍थाई अपंगता योजनान्‍तर्गत 01 हितग्राही को,साईकिल अनुदान योजनान्‍तर्गत 73 श्रमिकों को लाभान्वित किया गया।

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