शिवपुरी में वायरल ऑडियो से मचा सियासी बवाल: यशोधरा राजे पर आपत्तिजनक टिप्पणी?
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शिवपुरी की राजनीति इन दिनों गरमाई हुई है। नगर पालिका में पार्षदों, अध्यक्ष-पति, ठेकेदारों के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बाद अब एक नया विवाद सामने आया है, जिसने राजनीतिक गरिमा और मर्यादा को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
सोशल मीडिया पर एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आवाज़ रामजी व्यास की बताई जा रही है — जो कि नगर पालिका उपाध्यक्ष सरोज व्यास के पति हैं। इस कथित ऑडियो में वह न केवल राजमाता का नाम लेते हैं, बल्कि उनकी सुपुत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद, विधायक और मंत्री रहीं यशोधरा राजे सिंधिया को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते सुनाई दे रहे हैं।
ऑडियो की प्रामाणिकता को लेकर सोशल मीडिया दो खेमों में बंट गया है। कुछ लोग इसे फर्जी बताते हुए जांच की मांग कर रहे हैं, तो कुछ इसे पहले से दर्ज एक पुराने मामले से जोड़ रहे हैं जिसमें FIR दर्ज हो चुकी है और संबंधित व्यक्ति को जमानत भी मिल चुकी है। वहीं, एक वर्ग इसे राजनीति में गिरते शिष्टाचार और नैतिकता की चरम सीमा मानते हुए तीव्र आलोचना कर रहा है।
सबसे बड़ा प्रश्न यह उठ रहा है कि जब जनप्रतिनिधियों के परिवारजन भी मर्यादाओं को लांघते हुए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करें, तो आम जनता क्या संदेश ग्रहण करे? क्या अब राजनीति केवल सत्ता और विरोध की चौराहे वाली लड़ाई बन कर रह गई है, जहाँ न सम्मान बचा है, न शालीनता?
यह मामला केवल एक व्यक्ति या ऑडियो भर का नहीं है, यह राजनीति के उस पतनशील दौर का आइना है जहाँ व्यक्तिगत सम्मान और विचारधारा से अधिक वर्चस्व और बदले की भावना हावी होती जा रही है।
शिवपुरी की जनता अब जवाब मांग रही है — क्या इस ऑडियो की निष्पक्ष जांच होगी? क्या राजनीति में भाषा और व्यवहार की कोई मर्यादा बचेगी? और सबसे अहम, क्या यशोधरा राजे जैसी वरिष्ठ नेत्री के खिलाफ ऐसे शब्द बोलने वालों पर पार्टी और प्रशासन कोई कठोर कार्रवाई करेगा, या यह भी राजनीति की चक्की में पिसता एक और मामला बनकर रह जाएगा?
विशेष - हम सोशल मीडिया पर वायरल इस audio की पुष्टि नहीं करते हैं
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