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JCI ग्वालियर ने समाजसेवी डॉ. आनंद देवकर को उनके घर जाकर किया सम्मानित, कविता सोनी ने कहा – समर्पण का सम्मान स्थान नहीं, संस्कार मांगता है

 

ग्वालियर। समाज सेवा, चिकित्सा और मानवीय संवेदना के क्षेत्र में निरंतर उल्लेखनीय योगदान देने वाले डॉ. आनंद देवकर को JCI ग्वालियर शाखा ने एक विशेष पहल के तहत उनके निवास पर जाकर सम्मानित किया। यह सम्मान JCI की नेशनल वाइस प्रेसिडेंट श्रीमती कविता सोनी द्वारा भेंट किया गया। कार्यक्रम में डॉ. देवकर किन्हीं निजी कारणों से उपस्थित नहीं हो पाए थे, लेकिन संस्था ने उनके अनुपम कार्यों का सम्मान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी।

6 जुलाई 2025 को कैसर हॉस्पिटल के शीतला सहाय सभागार में आयोजित हुए एक भव्य समारोह में ग्वालियर के 151 डॉक्टरों को एक साथ मंच पर सम्मानित किया गया। यह आयोजन चिकित्सा क्षेत्र में समर्पित सेवा देने वाले चिकित्सकों को एकजुट कर समाज को संदेश देने का प्रयास था कि जो लोग निःस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा करते हैं, वे हर सम्मान के हकदार हैं। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद भारत सिंह कुशवाहा और विशिष्ट अतिथि के रूप में कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान उपस्थित रहीं।

हालांकि डॉ. आनंद देवकर समारोह में नहीं पहुँच सके, लेकिन JCI की संयोजिका कविता सोनी और संस्था की टीम ने यह निर्णय लिया कि उनका सम्मान वहीं जाकर दिया जाए जहाँ उन्होंने अपने सेवाकार्य से समाज में अपनी पहचान बनाई है – उनके घर पर।

कविता सोनी ने इस मौके पर कहा, "सम्मान मंच का मोहताज नहीं होता। यह उस समर्पण और संवेदना का प्रतिफल है जो एक व्यक्ति समाज के लिए जीता है। डॉ. देवकर ने अपने कर्म से यह साबित किया है कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।"

JCI ग्वालियर की यह सराहनीय पहल यह दर्शाती है कि संस्था केवल आयोजनों की औपचारिकता में नहीं बल्कि मानवीय मूल्यों की संवाहक बनकर भी कार्य करती है। संस्था का यह कदम समाज के उन सभी लोगों को एक सकारात्मक संदेश देता है कि अगर आप सच्चे मन से समाज के लिए कार्य करते हैं, तो कोई मंच, कोई भीड़ या कोई समारोह आवश्यक नहीं होता — सम्मान अपने आप चलकर आपके द्वार आता है।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्याम नामदेव सहित संस्था के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। डॉ. आनंद देवकर ने इस सम्मान को अपने लिए प्रेरणास्रोत बताया और कहा कि यह उन्हें आगे और भी ज़िम्मेदारी के साथ कार्य करने की ऊर्जा प्रदान करेगा।

ग्वालियरवासियों और चिकित्सा समुदाय में JCI ग्वालियर की इस पहल की प्रशंसा हो रही है, जिसने यह सिद्ध किया कि सम्मान का असली रूप सादगी, संस्कार और संवेदना में छिपा होता है।

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