शिवपुरी के इतिहास में पहली बार प्रदर्शनकारी कलेक्टर को बिना ज्ञापन दिए वापस आने को हुए मजबूर ! नवागत कलेक्टर शिल्पा गुप्ता का संवेदनहीन रवैय्या !

एक ओर भीषण गर्मी का कहर तो दूसरी ओर शिवपुरी में व्याप्त पेयजल संकट की विभीषिका । आज बुधवार को परेशान लोगों ने “जल क्रांति आंदोलन” के बैनर तले प्रदर्शन किया | नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए एक विशाल रैली कलेक्टर कार्यालय पर पहुंची | किन्तु प्रशासन का शर्मनाक रवैय्या सामने आया । स्पष्ट हुआ कि निरंकुश अफसरशाही को जनता की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है | नवागत कलेक्टर शिल्पा गुप्ता पूर्व सूचना के बाबजूद हजारों की संख्या में पहुंचे शिवपुरी वासियों से ज्ञापन लेने की जहमत उठाने को भी तैयार नहीं हुईं | स्मरणीय है कि विगत 40 दिन से माधव चौक पर “जल क्रान्ति” का धरना प्रदर्शन और क्रमिक भूख हड़ताल जारी है । आज के प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं, स्वाभाविक ही जल संकट से सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें ही होती है । इन महिलाओं में भी सर्वाधिक संख्या मुस्लिम महिलाओं की थी, जो रोजा रखे होने के बाबजूद, पानी की समस्या से प्रशासन को अवगत कराने आई थीं । एक घंटे तक कलेक्टर के आगमन का इन्तजार करने के बाद, नाराज लोग नारेबाजी करते हुए वापस माधव चौक पर एकत्रित हुए । यहाँ यह ध्यान देने योग्य तथ्य है कि प्रशासन ने भी एक प्रकार से मान लिया है कि सिंध जल आपूर्ति योजना में गुणवत्ता विहीन घटिया पाईप लगाये गए और इसलिए नई पाईप लाइन डालने के आदेश जारी कर दिए हैं | किन्तु यह समझ से परे है कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार कर ये पाईप स्वीकृत किये, उनके खिलाफ कार्यवाही की बात अनसुनी क्यों की जा रही है ? सवाल यह भी उठता है कि आखिर कौन बचा रहा है उन भ्रष्ट और निकम्मे लोगों को ? जब तक भ्रष्ट लोगों को क़ानून का भय नहीं होगा, भ्रष्टाचार जारी रहेगा | इसलिए शिवपुरी कि जनता भी कमर कस कर मैदान में है कि अब तो आर पार की लड़ाई जारी ही रहेगी | और इसीलिए शिवपुरी में क्रमिक भूख हड़ताल आज लगातार 40 वें दिन भी जारी है | यहाँ यह भी महत्वपूर्ण है कि आन्दोलनकारियों के समर्थन में आमजन तो सड़क पर मोर्चा साध रहा है, किन्तु कोई भी नामचीन राजनैतिक व्यक्ति इस अभियान में साथ नहीं है | लगता है पानी का यह धर्मयुद्ध, शिवपुरी के आमजन को ही लड़ना है | ईश्वर से प्रार्थना है कि सत्ता के उपवन में आरामतलबी के हिंडोले पर झूल रहे लोगों को सद्बुद्धि आये और शिवपुरी वासियों की जायज मांग अविलम्ब मानी जाए |