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दिवाकर की दुनाली से

पत्रकारिता का पुनर्जागरण: एक मौन संघर्ष है – दिवाकर शर्मा

जब सभ्यताओं का उदय हुआ था, तब सत्य और सूचना की वाणी सबसे पवित्र मानी गई थी। गुफाओं की दीवारों से लेकर राजसभ…

अमरीक विचार

भारत के मूल्यों की वापसी राष्ट्र उत्थान, विश्व जागरण के प्रति समर्पण - डॉ. अमरीक सिंह ठाकुर

जिस दिन भारत ने अपने प्राचीन मूल्यों धर्म, करुणा, सत्य, अहिंसा और वैश्विक एकता के आधार पर अपनी यात्रा पुनः …

दिवाकर की दुनाली से

संघ, भाजपा और "राष्ट्रीय अध्यक्ष" का सनसनीखेज़ नाटक – दिवाकर शर्मा

भारतीय राजनीति में जब भी कोई बड़ा बदलाव होता है, तो उसकी पटकथा पहले ही लिख दी जाती है। मंच तैयार होता है, प…

प्रेरक प्रसंग

शिवनाथ झा: पत्रकारिता की निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा के अप्रतिम प्रहरी

पत्रकारिता केवल समाचारों का संकलन या लेखन भर नहीं होती, यह समाज के प्रति एक गहरी जिम्मेदारी और सत्य की खोज …

शिवपुरी

शिवपुरी में कुश तिवारी की दादागिरी खत्म – पुलिस ने 12 घंटे में दबोचकर भेजा जेल!

शिवपुरी में दबंगों की दहशत ज्यादा देर नहीं टिक सकी! कोतवाली पुलिस ने शहर के बीचोबीच व्यवसायी पर हमले के …

शिवपुरी

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की गरिमा पर उठे सवाल: संगठन के अनुशासन को लेकर चर्चा गरम

देशभर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की पहचान केवल हिंदुत्व के प्रहरी के रूप में नहीं, बल्कि अनुशासन, रा…

अमरीक विचार

समावेशी समाज - एक कालातीत परंपरा और एक आधुनिक वास्तविकता - डॉ. अमरीक सिंह ठाकुर

भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों ने हमेशा समावेशिता के महत्व पर जोर दिया है। संयुक्त परिवार प्रणाली, एक समाव…

शिवपुरी

सुगंधा आशुतोष शर्मा बनीं बाल कल्याण समिति शिवपुरी की अध्यक्ष

शिवपुरी की सामाजिक सरोकारों में सक्रिय और बाल अधिकारों की संवेदनशील प्रहरी श्रीमती सुगंधा आशुतोष शर्मा को ब…

दिवाकर की दुनाली से

शिवपुरी की सड़कों पर सरपट दौड़ती मौत – दिवाकर शर्मा

✍🏻 दिवाकर शर्मा सड़कें किसी भी शहर की पहचान होती हैं। इन्हीं सड़कों पर जीवन दौड़ता है, व्यापार फलता-फूलता …

लेख

सामाजिक-राजनीतिक आंदोलनों से जुड़े हुए हैं प्रदर्शन कलाएँ और रंगमंच - डॉ सत्यवान सौरभ

जैसे-जैसे क्षेत्रीय नाट्य परम्पराएँ विकसित हुई हैं, भारत का रंगमंच और प्रदर्शन कलाएँ सामाजिक और राजनीतिक पर…

लेख

शिक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव है महिला अध्यापिकाओं की बढ़ती संख्या - प्रियंका सौरभ

यूडीआईएसई+ 2023-24 रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्कूल शिक्षकों में अब 53.34 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो शिक्षा में…

धर्म और अध्यात्म

शिवरात्रि: जागरण की रात, आत्मा से शिव तक की यात्रा – दिवाकर शर्मा

रात्रि के घने अंधकार में जब चेतना की लौ मंद पड़ने लगती है, तब शिव जागते हैं। शिवरात्रि, वह पावन तिथि ह…

ज़्यादा पोस्ट लोड हो रहा है… That's All